वर्ण वृत्त का अर्थ
[ vern veritet ]
वर्ण वृत्त उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- वह छंद या पद्य जिसके चरणों में वर्णों की संख्या और लघु-गुरु का क्रम नियत होता है:"दंडकवृत्त एक प्रकार का वर्णवृत्त है"
पर्याय: वर्णवृत्त, वर्ण-वृत्त, वार्णिक छंद, वार्णिक छन्द, वर्णिक छंद, वर्णिक छन्द, वर्णिकवृत्त, वर्णिक-वृत्त, वर्णिक वृत्त, वर्णिकछंद, वर्णिकछन्द, वृत्त
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- ‘गण ' का विचार केवल वर्ण वृत्त में होता है मात्
- ‘गण ' का विचार केवल वर्ण वृत्त में होता है मात्रिक छन्द
- ‘गण ' का विचार केवल वर्ण वृत्त में होता है मात्रिक छन्द इस बंधन से मुक्त
- ‘गण ' का विचार केवल वर्ण वृत्त में होता है मात्रिक छन्द इस बंधन से मुक्त होते हैं।
- वरना कहाँ उनके संस्कृत छ्न्द सहज वर्ण वृत्त और कहाँ ऐसी अछ्न्द संगई ! आप का टिप्पणी करना बहुत सुखद रहा।
- हिंदी ही नहीं बहुत पहले संस्कृत में भी वर्ण वृत्त मिलेंगे जो आगे चल कर उर्दू ग़ज़लों की बहरों में देखा गया है।
- छन्दों के भेद छन्द तीन प्रकार के होते हैं - ( १ ) वर्ण वृत्त - जिन छन्दों की रचना वर्णों की गणना के नियमानुसार होती हैं , उन्हें ' वर्ण वृत्त ' कहते हैं।
- छन्दों के भेद छन्द तीन प्रकार के होते हैं - ( १ ) वर्ण वृत्त - जिन छन्दों की रचना वर्णों की गणना के नियमानुसार होती हैं , उन्हें ' वर्ण वृत्त ' कहते हैं।
- छन्दों के भेद छन्द तीन प्रकार के होते हैं - ( १ ) वर्ण वृत्त - जिन छन्दों की रचना वर्णों की गणना के नियमानुसार होती हैं , उन्हें ' वर्ण वृत्त ' कहते हैं।
- एक छोटा सा उदाहरणः- ' बहरे-मुतकारिब मुसम्मन ' जिसमें 122 ( फऊलुन ) - 4 बार और संस्कृत वर्ण वृत्त ' भुजंगप्रयात ' में भी 8 प्रति चरण ' यगण ' ( ।ऽऽ ) चार बार होते हैं जिसका अर्थ है कि उर्दू बहर और संस्कृत वृत्त में साम्य है।